प्यार करने वाला राजबुत Pyar Karne Wala Rajput

प्यार करने वाला राजबुत Pyar Karne Wala Rajput 
प्यार करने वाला राजबुत Pyar Karne Wala Rajput



  ए कहानि है प्यार करने वाला राजबुत कि एक राजबुत था उशका नाम था अदित्या ओर अदित्या एक लड़कि शे प्यार करताथा ए लड़कि एक वेश्या थि ओर अदित्या उशे बेह्त प्यार करता था ओर अदित्या ने फेश्ला लिया के मे सादि उशि वेश्या शे करनि है ओर वेश्या अदित्या कि दौलत हड़प्ना चाह्तीथि फिर अदित्या के ममी ड्यडि को पता चला फिर  अदित्या के ड्यडि ने शम्जाया के तुम मेरे होतेहुवे तुम इश वेश्या के साथ कभि सादि नहि करपावोगे एक वेश्या हमारे राज घराना कि बहु कभि भि नहि बन्सक्ति है ओर अदित्या फिर भि नहि माना और अदित्या ने कहा के मे उशि लड़कि को प्यार करता हु ओर उशि शे सादि करुन्गा फिर अदित्या के ड्यडि ने अदित्या को कहि दुर पड़ाए करने  केलिए भेजदिया फिर अदित्या के ड्यडि ने इश वेश्या को मार दिया फिर औ बुरि आत्मा बनि और 2 शाल के बाद 
अदित्या पड़ाए पुरि कर के वापश आरहा है ओर उशि राशते मे उश वेश्या का घर आताहे और अचानक अदित्या कि कार वेश्या के आन्गनमे घुश्जाति है ओर अजिब शि आवाज आने लग्ति है लेकिन कहि दिखाए नहि देरहि है और  अदित्या को प्यार कि बाते एयाद आति है फिर अदित्या अपने घर आता है और उशके ड्यडि के साथ बात करता है के ड्यडि उश लड़कि कहापर है तो अदित्या के ड्यडि ने कहा के औ लड़कि चलिगए है उशे तुम अब भुलजाव मेने तुमारि सादि दुशरि लड़कि के साथ टाएकि है फिर अदित्या के ड्यडि बताकर वहाशे चलेजाते है  फिर अदित्या के साथ सादि टाए हुइथि औ लड़कि अदित्या कि सभि बातेशुन्लेति है फिर अदित्या को उश लड़कि ने कहा के औ लड़कि जुठिथि औ तुमारि दौलत हड़प्ना चाह्तीथि उशका प्यार जुठाथा फिर अदित्या ने उश लड़कि को एक तमाचौ लगावि दियौ फिर औ लड़कि ने कहा के तुमे अकिन नहि आता तो मे तुमे साबित करके दिखावून्गि  फिर कुच दिनो के बाद वौ वेश्या कि आतमा अदित्या के ममी ड्यडि को मारदेति है फिर अदित्या कि मन्गेतर कौ दिखाए देति है 

उश आत्मा ने कहा के अदित्या केवल मेराहे ओर मे उश मेरेसाथ लेजाने आइ हु फिर आत्मा अदित्या के पाश जाति है फिर अदित्या उश आत्मा को बाथ भर लेताहै ओर  अदित्या केहने लगता है के तुम मुजे छोड़के कहापर चलिगऐ थि फिर अदित्या रोने लग्ता है फिर अदित्या कि मन्गेतर देख्लेति है ओर अदित्या को केह तिहै के औ लड़कि मरचुकि है तुमारै पाश है औ उशकि आत्मा है फि औ आत्मा अदित्या को मारने की कौशिश करति है  फिर एक बाबा आता है ओर उश आत्मा कौ मन्त्रो शे बान्ध देता है फिर शभि बाते अदित्या के साम्ने आति है और अदित्या कौ उश गल्ती का एह्साश हौता है फिर बाबा उश बुरि आत्मा कौ मुक्ती देता है फिर अदित्या उशके ड्यडि ने सादि टाए किथि उशके साथ सादि कर लेता है

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